मध्यप्रदेश के इंदौर में घटित राजा रघुवंशी हत्याकांड न केवल सनसनीखेज बन चुका है, बल्कि अब इसमें एक आध्यात्मिक और ज्योतिषीय कोण भी जुड़ गया है। हत्या के बाद से लगातार खुलासों के बीच, अब इस मामले में एक ज्योतिषाचार्य की भविष्यवाणी ने नया मोड़ ला दिया है। राजा के परिवार से जुड़े पंडित अजय दुबे ने दावा किया है कि हत्या की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी की कुंडली में समलैंगिक संबंधों का संकेत है और इस हत्याकांड में 10 से 12 लोगों की संलिप्तता हो सकती है।
कुंडली में समलैंगिक संबंध और ‘पत्नी घात’ का योग
पंडित अजय दुबे का कहना है कि राजा रघुवंशी की हत्या के बाद जब उनके परिवार ने संपर्क किया, तब उन्होंने राजा और सोनम की कुंडलियों का विश्लेषण किया। इस विश्लेषण में उन्होंने शनि की साढ़ेसाती, मंगल की अशुभ दशा, और चंद्र-राहु दोष जैसे कई महत्वपूर्ण ज्योतिषीय योगों की ओर इशारा किया। उनके अनुसार, सोनम की कुंडली में जिद, स्वार्थ, अस्थिर मानसिकता और गुप्त संबंधों के योग हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि सोनम पिछले दो वर्षों से एक महिला के साथ समलैंगिक संबंधों में हो सकती हैं, जो कि इस हत्या की साजिश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो सकती है। इस महिला की पहचान अभी सामने नहीं आई है, लेकिन दुबे का दावा है कि जल्द ही उसका नाम सामने आ सकता है।
कुंडली मिलान में छुपाई गई थी मौत की आशंका?
दुबे ने यह गंभीर आरोप भी लगाया कि विवाह से पहले सोनम के परिवार ने राजा के परिवार को कुंडली में मौजूद ‘मृत्युयोग’ और ‘पत्नी घात योग’ के बारे में नहीं बताया। उन्होंने यह भी कहा कि “आजकल केवल गुण मिलान कर शादी कर दी जाती है, लेकिन यह जरूरी है कि किसी भी रिश्ते से पहले गहन ज्योतिषीय जांच की जाए, खासकर जब वह जीवन से जुड़ा हो।”
10 से 12 लोगों की हो सकती है संलिप्तता
पंडित दुबे की सबसे चौंकाने वाली भविष्यवाणी यह रही कि इस हत्याकांड में 10 से 12 लोग शामिल हो सकते हैं, जिनमें दो महिलाएं भी हैं। अब तक मेघालय पुलिस ने सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाह, और तीन सुपारी किलर – विशाल चौहान, आकाश राजपूत, और आनंद कुर्मी – को गिरफ्तार किया है। हालांकि, दुबे का दावा है कि एक महिला और दो अन्य पुरुष आरोपी अभी फरार हैं और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है।
कैसे हुआ हत्याकांड?
-
11 मई 2025: राजा रघुवंशी और सोनम की शादी इंदौर में हुई।
-
15 मई: दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए।
-
23 मई: राजा की हत्या कर दी गई।
-
2 जून: राजा का शव शिलांग के वेइसाडोंग वॉटरफॉल के पास खाई में मिला।
-
4 जून: सोनम को गाजीपुर में आत्मसमर्पण करते हुए गिरफ्तार किया गया।
इस जघन्य हत्या को ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम दिया गया। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि सोनम ने प्रेमी राज कुशवाह और पेशेवर हत्यारों की मदद से पूर्वनियोजित तरीके से राजा की हत्या की। हत्या के बाद सोनम ने खुद को लापता दिखाने की कोशिश की, ताकि शक उस पर न जाए।
नार्को टेस्ट की मांग और पारिवारिक दरार
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने सोनम, उसके माता-पिता और भाई गोविंद रघुवंशी का नार्को एनालिसिस टेस्ट कराने की मांग की है। उनका मानना है कि हत्या के पीछे गहरी साजिश है और इसमें परिवार के सदस्य भी शामिल हो सकते हैं।
दिलचस्प बात यह रही कि राजा की तेरहवीं में सोनम का भाई गोविंद भी शामिल हुआ और उसने परिवार से माफी मांगी। लेकिन राजा के परिजनों ने उससे पूरी दूरी बनाए रखी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रिश्तों में अब खटास आ चुकी है।
📰 मीडिया और जनमानस में बढ़ी उत्सुकता
इस पूरे मामले में ज्योतिषीय कोण जुड़ने से अब सामान्य जनता और मीडिया दोनों की दिलचस्पी और बढ़ गई है। जहां एक ओर पुलिस वैज्ञानिक तरीकों से जांच कर रही है, वहीं दूसरी ओर पंडित अजय दुबे जैसे ज्योतिषाचार्य अपनी भविष्यवाणियों से नई परतें खोलते जा रहे हैं।
📌 निष्कर्ष: हत्या, प्रेम, धोखा और विश्वासघात का संगम
राजा रघुवंशी हत्याकांड केवल एक क्राइम स्टोरी नहीं, बल्कि यह प्यार में विश्वासघात, पारिवारिक धोखा, सामाजिक गिरावट और मानसिक जटिलताओं की एक दुखद गाथा बन चुकी है। इसमें ज्योतिष, मनोविज्ञान, और अपराधशास्त्र – तीनों का अजीब संगम दिखता है।
“कभी-कभी कुंडली भी वो राज खोल देती है, जिसे इंसान छुपाने की लाख कोशिश करे।”
अब देखना यह है कि पुलिस की अगली गिरफ्तारी किस दिशा में जाती है और क्या अजय दुबे की ज्योतिषीय भविष्यवाणी भविष्य में भी सही साबित होती है?
राजा को न्याय और सच को उजागर करने की लड़ाई अभी बाकी है।