ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, हिंदी की दूसरी भाषाओं से कोई रेस नहीं, वे आपस में दोस्त हैं, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Saturday, September 14, 2024

मुंबई, 14 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस पर चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं हैं, वो आपस में दोस्त हैं। राजभाषा हिंदी का हर भारतीय के साथ अटूट रिश्ता है। इस दौरान गृह मंत्री ने अग्रवाल की लिखी किताब (हिंदी कहावत कोश) को जारी किया। हम राजभाषा के रूप में हिंदी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में डायमंड जूबली मना रहे हैं। हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार करके और देश की सभी स्थानीय भाषाओं को हिंदी के माध्यम से जोड़कर हम अपनी संस्कृति के संरक्षण और प्रचार-प्रसार की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

शाह ने कहा कि, गृह और सहकारिता मंत्रालयों की फाइलों के माध्यम से जुड़ी बात हिंदी में ही किए जाते है। ऐसा करने में 3 साल का समय लग गया। हिंदी एक भू-राजनीतिक भाषा के बजाय एक भू-सांस्कृतिक भाषा है। भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को संघ की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया। अब समय आ गया है कि भारत की सभी भाषाओं को मजबूत किया जाए और राजभाषा को देश की संपर्क भाषा बनाया जाए, जिससे हर कोई अपनी-अपनी भाषा में देश का कामकाज कर सके। नई शिक्षा नीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राइमरी एजूकेशन के लिए मातृभाषा पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि एक बच्चे के लिए भाषाई अभिव्यक्ति, सोच, समझ, तर्क और किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए सबसे आसान भाषा उसकी मातृभाषा है। केंद्र सरकार शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और न्यायपालिका में हिंदी के प्रयोग की दिशा में काम कर रही है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड ने आज मेडिकल शिक्षा का पूरा पाठ्यक्रम हिंदी में कर लिया है। वहीं आने वाले दिनों में भारत की लगभग 13 भाषाओं में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम तैयार करने पर काम चल रहा है।


उदयपुर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Udaipurvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.