न्यू जर्सी, अमेरिका: अमेरिकी अधिकारियों ने 2017 में न्यू जर्सी स्थित एक अपार्टमेंट में मृत पाई गईं आंध्र प्रदेश की महिला शशिकला नर्रा (38) और उनके 6 वर्षीय बेटे अनीश की नृशंस हत्या के 9 साल बाद एक भारतीय व्यक्ति पर आरोप लगाया है। अभियोजकों ने बताया कि यह आरोपी, जिसकी पहचान नजीर हमीद के रूप में हुई है, शशिकला के पति हनु नर्रा का सहकर्मी था और पीड़ितों के घर से थोड़ी दूरी पर रहता था। हत्या के तुरंत बाद हमीद भारत भाग गया था। अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अधिकारियों ने हत्या और संबंधित अपराधों के आरोप हमीद के खिलाफ दर्ज किए हैं और उसके अमेरिका प्रत्यर्पण (Extradition) की मांग कर रहे हैं। इस मामले में सफलता तब मिली जब हमीद को कंपनी की ओर से जारी लैपटॉप से लिए गए डीएनए सैंपल का क्राइम सीन से लिए गए ब्लड सैंपल से मिलान हो गया।
क्राइम सीन से मिला अज्ञात खून का नमूना
यह भयानक घटना 23 मार्च, 2017 को हुई थी, जब हनु नर्रा मेपल शेड स्थित अपने फॉक्स मीडो अपार्टमेंट्स में घर लौटे और उन्होंने अपनी पत्नी शशिकला और बेटे अनीश को चाकू मारकर मृत पाया। पुलिस ने बाद में बताया कि पीड़ितों के शरीर पर बचाव के घाव थे, जिससे पता चलता है कि उन्होंने हत्यारे का प्रतिरोध करने की कोशिश की थी। बर्लिंगटन काउंटी अभियोजक कार्यालय के जांच प्रमुख पैट्रिक थॉर्नटन ने बताया कि जांचकर्ताओं ने अपराध स्थल से खून के कई नमूने एकत्र किए थे। पुलिस को पता चला कि इकट्ठा की गई खून की बूंद न तो पीड़ित शशिकला या अनीश की थी, और न ही हनु नर्रा की थी। यह खून का नमूना किसी अज्ञात व्यक्ति का था।
सहकर्मी और पीछा करने का आरोप
नजीर हमीद इस मामले में तब संदिग्ध बना जब पुलिस को पता चला कि वह हनु नर्रा के साथ कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजीज में काम करता था और उन पर पहले हनु नर्रा का पीछा करने (stalking) का आरोप था। इसके बावजूद, संदिग्ध हमीद भारत वापस आने के बाद भी कॉग्निजेंट का कर्मचारी बना रहा। जांचकर्ताओं का मानना है कि हमीद ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता का इस्तेमाल अपने आपराधिक इतिहास को छिपाने और अपने पीछे पड़े लोगों को छुपाने के लिए किया। जांचकर्ताओं ने भारत में अधिकारियों से संपर्क किया और हमीद से डीएनए नमूना देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
लैपटॉप से डीएनए का खुलासा
डीएनए सैंपल हासिल करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों को 2024 में एक अदालती आदेश मिला। इसमें कॉग्निजेंट से हमीद का कंपनी की ओर से दिया गया लैपटॉप भेजने का अनुरोध किया गया। पुलिस ने बताया कि आखिरकार, लैपटॉप से एक डीएनए नमूना मिला। इस नमूने का डीएनए क्राइम सीन से मिली अज्ञात खून की बूंद से पूरी तरह मेल खा गया। इस मिलान ने निर्णायक रूप से हमीद का अपराध से संबंध स्थापित कर दिया।
जांचकर्ता अभी भी इस क्रूर हत्या के पीछे हमीद के कथित मकसद (Motive) के बारे में अनिश्चित हैं। लेकिन, पुलिस ने कहा कि परिस्थितियों के आधार पर, यह माना जा रहा है कि हमीद की हनु नर्रा से व्यक्तिगत दुश्मनी थी, जिसके कारण उसने यह जघन्य अपराध किया। अमेरिका अब हमीद के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पर काम कर रहा है।