मुंबई, 22 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं, जिसके तहत अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को गोल्डन डोम प्रोजेक्ट से हटाया जा सकता है। यह प्रोजेक्ट अमेरिका के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के मकसद से शुरू किया गया है, जिससे देश को विदेशी हवाई और अंतरिक्ष हमलों से सुरक्षा मिल सकेगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस 175 अरब डॉलर के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए अब ट्रम्प प्रशासन अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है और इसमें जेफ बेजोस की कंपनी अमेजन का प्रोजेक्ट कुइपर सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। इसके अलावा कुछ अन्य बड़ी डिफेंस कंपनियां भी इस होड़ में हैं। ट्रम्प और एलन मस्क के बीच बीते दो महीनों से चल रहे विवाद को इस बदलाव की मुख्य वजह माना जा रहा है। रिपोर्ट्स यह भी बताती हैं कि स्पेसएक्स ने खुद भी इस प्रोजेक्ट में विशेष रुचि नहीं दिखाई है। अमेरिका इस प्रोजेक्ट को इजरायल के आयरन डोम सिस्टम की तर्ज पर विकसित कर रहा है। ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती सप्ताह में ही गोल्डन डोम का ऐलान किया था। इस प्रोजेक्ट के तहत अमेरिका 1200 से ज्यादा सैटेलाइट्स लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जो अंतरिक्ष से आने वाली या अन्य किसी भी स्रोत से दागी गई मिसाइलों का पता लगाकर उन्हें अंतरिक्ष में ही नष्ट कर देंगे।
इनमें 400 से 1000 सैटेलाइट्स का काम दुश्मन मिसाइलों की पहचान और ट्रैकिंग करना होगा, जबकि लगभग 200 इंटरसेप्टर सैटेलाइट्स को मिसाइलों को मार गिराने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। यह सिस्टम दुनिया के किसी भी हिस्से से दागी गई मिसाइलों को रोकने में सक्षम होगा। ट्रम्प ने दावा किया है कि यह डिफेंस सिस्टम अंतरिक्ष से किए गए हमलों को भी विफल कर सकेगा। गोल्डन डोम प्रोजेक्ट पर कुल 175 बिलियन डॉलर यानी करीब 14.52 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ट्रम्प ने इसके पहले चरण के लिए 25 बिलियन डॉलर की मंजूरी पहले ही दे दी है। 17 जुलाई को अमेरिकी सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी स्पेस फोर्स के जनरल माइकल गुएटलीन को सौंपी गई है, जिन्हें ट्रम्प का भरोसेमंद सैन्य अधिकारी माना जाता है। उन्हें 30 दिन में टीम बनानी है, 60 दिन में डिजाइन और 120 दिन के भीतर पूरी योजना तैयार करनी है।
अब सवाल उठता है कि स्पेसएक्स और अमेजन में से कौन बेहतर है। स्पेसएक्स अब तक 9000 से ज्यादा स्टारलिंक सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुकी है और सरकारी खरीद प्रक्रियाओं में इसकी भागीदारी मजबूत रही है। ऐसे में लॉन्च कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए स्पेसएक्स अभी भी एक मजबूत दावेदार बनी हुई है। दूसरी ओर, अमेजन के प्रोजेक्ट कुइपर ने अब तक केवल 78 सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं, लेकिन अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) ने उसे इस प्रोजेक्ट में शामिल होने का न्योता दिया है। यह इस बात का संकेत है कि सरकार अब पारंपरिक डिफेंस कंपनियों के साथ-साथ टेक फर्म्स को भी इस तरह के बड़े सुरक्षा प्रोजेक्ट्स में शामिल करना चाहती है। जेफ बेजोस ने इस साल जनवरी में कहा था कि भले ही कुइपर एक वाणिज्यिक परियोजना है, लेकिन इसमें सैन्य उपयोग की जबरदस्त संभावनाएं हैं। यह बयान और वर्तमान स्थिति इस ओर इशारा करते हैं कि आने वाले समय में गोल्डन डोम प्रोजेक्ट के संचालन में अमेजन की भूमिका और बड़ी हो सकती है।