मुंबई, 01 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली पुलिस ने छात्राओं के यौन शोषण के गंभीर आरोपों में घिरे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को आखिरकार आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने बुधवार को उस कॉलेज कैंपस पर छापेमारी की, जहां वह पढ़ाता था। इस दौरान पुलिस को एक सेक्स टॉय, पांच पोर्न सीडी और कई आपत्तिजनक सामग्री मिली। पुलिस ने छापे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और ब्रिटेन के एक नेता के साथ आरोपी की कथित जाली तस्वीरें भी बरामद कीं।
चैतन्यानंद के मोबाइल से पुलिस को पहले ही कई महिलाओं की चैट मिली थी, जिनमें सामने आया कि वह उन्हें अपने जाल में फंसाने के लिए झूठे वादे करता और अश्लील संदेश भेजता था। 9 अगस्त से फरार चल रहा यह आरोपी 28 सितंबर की सुबह आगरा के एक होटल से पकड़ा गया। कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। स्वामी पर आरोप है कि उसने दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं का यौन शोषण किया। 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसके बाद 9 अगस्त को उसे संस्थान से निष्कासित कर दिया गया। फरारी के दौरान वह बिना CCTV वाले सस्ते होटलों में ठहरता और कभी वृंदावन तो कभी मथुरा जैसे धार्मिक शहरों में छिपा रहता था।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली छात्राओं को ही ज्यादा निशाना बनाता था। स्कॉलरशिप पाने वाली छात्राओं को धमकाकर, ग्रेड गिराने की चेतावनी देकर और विदेश यात्रा का लालच देकर वह अपने प्रभाव में लाता था। जांच के दौरान उसकी तीन महिला सहयोगियों की भूमिका भी उजागर हुई, जो छात्राओं पर दबाव बनाकर उन्हें चुप रहने और चैट डिलीट करने के लिए मजबूर करती थीं। 32 छात्राओं से पूछताछ में 17 ने सीधे-सीधे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न की पुष्टि की। कई छात्राओं ने बताया कि आरोपी आशीर्वाद देने के बहाने उन्हें छूता और घूरता था। एक छात्रा ने कहा कि उसने इस संस्थान को सस्ती फीस की वजह से चुना था, लेकिन दूसरे ही दिन से स्वामी का अजीब व्यवहार साफ दिखने लगा।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक आरोपी के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। 2009 में डिफेंस कॉलोनी थाने में धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ था, वहीं 2016 में वसंत कुंज इलाके में भी उस पर छेड़छाड़ का आरोप लगा था। इसके अलावा वह शारदा इंस्टीट्यूट से जुड़ी करोड़ों की हेराफेरी में भी संलिप्त रहा है। आरोप है कि उसने नया ट्रस्ट बनाकर करीब 20 करोड़ रुपये संस्थान से ट्रांसफर करवाए और जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की